भारत में विश्व धरोहर स्मारक (UNESCO world heritage sites) कौन कौन से हैं इसे भी जानना बहुत जरुरी है. अक्सर इस तरह के सवाल कम्पटीशन एग्जाम में हमेसा पूछा जाता है. इसलिए मैंने सोचा इसके बारे में जानकारी देना जरुरी है. भारत का बहुत लम्बा इतिहास रहा है. भारत में बहुत से ऐसे स्मारक हैं जिसे विश्व सूचि में रखा गया है. इनमे कुछ ऐसे स्मारक हैं जो पूरी दुनिया में मशहूर हैं. जैसे की आगरा का ताजमहल, अजंता की गुफाएं, आगरा का किला, एलोरा की गुफाएं और कोर्णाक का सूर्य मंदिर प्रमुख हैं.
इन्ही विश्व धरोहरों से परिचित कराने जा रहे हैं जिन्हे हम सायद जानते हैं या आगे जानेंगे. भारत की इन स्मारक को पूरी दुनिया में जाना जाता है. और इसे देखने के लिए पूरी दुनियां से लोग भारत आते हैं. अगर आपने नहीं देखा है तो देख सकते हैं. हमारे देश की इन धरोहरों का एक इतिहास रहा है. सभी धरोहरों के पीछे उनका अलग पहचान रहा है.
आईये देखते हैं इन पुराने स्मारकों के बारे में और उनके लोकेशन के बारे में. ताकि जब भी चाहे बड़ी आसानी से विजिट कर सकते हैं.
भारत के विश्व धरोहर स्मारक (UNESCO world heritage sites)
Sr.no | विश्व धरोहर | वर्ष | स्थान |
1 | अजंता की गुफाएं | 1983 | महाराष्ट्र |
2 | एलोरा गुफाएं | 1983 | महाराष्ट्र |
3 | आगरा का किला | 1983 | उत्तर प्रदेश |
4 | ताजमहल – आगरा | 1983 | उत्तर प्रदेश |
5 | सूर्य मंदिर | 1984 | कोणार्क, ओड़िशा |
6 | महाबलीपुरम मंदिर | 1985 | तमिलनाडु |
7 | काजीरंगा नेशनल पार्क | 1985 | असम |
8 | मानस वाइल्डलाइफ सेंचुरी | 1985 | असम |
9 | केवलादेव राष्ट्रिय उघान | 1985 | भरतपुर, राजस्थान |
10 | गोवा के गिरजाघर | 1986 | गोवा |
11 | खजुराहों के मंदिर | 1986 | मध्य प्रदेश |
12 | हम्पी के मंदिर | 1986 | कर्नाटक |
13 | फतेहपुर सिकरी | 1986 | उत्तर प्रदेश |
14 | पटट्टडकल के मंदिर | 1987 | कर्णाटक |
15 | एलिफेंटा की गुफाएं | 1987 | महाराष्ट्र |
16 | बृहदेश्वर मंदिर | 1987 | थंजावुर, तमिलनाडु |
17 | सुंदरवन राष्ट्रिय उघान | 1987 | उत्तराखंड |
18 | नंदादेवी राष्ट्रिय उघान | 1988 | उत्तराखंड |
19 | साँची स्तूप | 1989 | मध्यप्रदेश |
20 | हुमायूँ का मकबरा | 1993 | दिल्ली |
21 | कुतुबमीनार | 1993 | दिल्ली |
22 | दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे | 1999 | पश्चिम बंगाल |
23 | बोधगया में स्थित महाबोधि मंदिर | 2002 | बिहार |
24 | भीमबेटका की गुफाएं | 2003 | मध्य प्रदेश |
25 | चंपानेर , पावागढ़ आर्कियोलोजीय पार्क | 2004 | गुजरात |
26 | गंगईकोंडा चोलपुरम का बृहदेश्वर मंदिर | 2004 | तमिलनाडु |
27 | ऐरावतेश्वर मंदिर | 2004 | द्वार समुद्र |
28 | छत्रपति शिवजी टर्मिनस | 2004 | महाराष्ट्र |
29 | फूलों की घाटी | 2005 | उत्तराखंड |
30 | लाल किला | 2007 | दिल्ली |
31 | कालका-शिमला रेलवे | 2008 | हिमाचल प्रदेश |
32 | जंतर मंतर | 2010 | जयपुर |
33 | पश्चमी घाट – पक्षिम और दक्षिण घाट | 2012 | |
34 | राजस्थान के पहाड़ी कीले | 2013 | राजस्थान |
35 | गुजरात का प्राचीन सीढ़ीदार कुँवा – बावड़ी | 2014 | गुजरात |
36 | बिहार का नालंदा | 2016 | बिहार |
37 | सिक्किम का कंचनजंगा नेशनल पार्क | 2016 | सिक्किम |
38 | चंडीगड़ का द आर्किटेक्चरल वर्क ऑफ़ ली कार्बूसेरियर कार्बूसीयर | 2016 | चंडीगड़ |
39 | अहमदाबाद का ऐतिहासिक नगर | 2017 | अहमदाबाद |
40 | मुंबई का द विक्टोरियन तथा आर्ट डेको इन्सेम् | 2018 | मुंबई |
41 | जयपुर शहर का किला | 2019 | जयपुर |
विश्व विरासत दिवस (World heritage day)
विश्व विरासत दिवस हर साल १८ अप्रैल मनाया जाता है. इस दिन का मुख्य उद्देश्य है विश्व धरोहरों के प्रति जागरूकता पैदा हो और उसके प्रति लोग सचेत हो. ये जीतनी भी विश्व स्थल धरोहर रूप में हैं ये हमारे बीते कल की पहचान है जिससे हम मुखातिब हो सकते हैं.
अगर आपको कहानियां या अच्छी अच्छी जानकारियां सीखने को चाहिए तो हमरे दूसरे पोस्ट भी पढ़ सकते हैं.